Saturday, November 17, 2012

और मुंह लटका कर चल दी जिला प्रमुख. . .


  •  लखन सालवी
‘‘सर्व विदित है कि भीलवाड़ा की जिला प्रमुख एक केलूपोश मकान में रहती थी, उसके पति रोशन लाल बच्चों को पढ़ाकर परिवार का खर्च चला रहे थे। अनुसूचित जाति की महिला आरक्षित सीट थी। मेघवंशी ने समाज के लोगों से चर्चा की और समाज की किसी पढ़ी लिखी युवा महिला का चयन कर उसे जिला परिषद सदस्य का चुनाव जिताने की अपील की। समाज के लोगों के सुझाव पर रोशन लाल की पत्नि सुशीला सालवी के लिए कांग्रेस पार्टी से टिकट मांगा गया। मेघवंशी समाज के लोगों के अथक प्रयास से सुशीला सालवी जिला को न केवल परिषद सदस्य का चुनाव लड़ने के लिए टिकिट दिलवाया बल्कि जन-जन से सम्पर्क कर वोट दिलवाए। नतीजा . . सुशीला सालवी चुनाव जीती। समाज के लोगों ने सुशीला सालवी को जिला प्रमुख की कुर्सी दिलवाने में कई स्तर पर प्रयास किए। लेकिन सुशीला सालवी जिला प्रमुख बनने के बाद महज एक सप्ताह में ही अपने समाज के लोगों को भूल गई, मददगारों को भूल गई, चुनाव के दौरान किए गए वादों को भी भूल गई। आज समाज के लोग अपने आप को कोस रहे है और उनकी बर्बादी की दुआ कर रहे है।’’
शुक्रवार (20 जुलाई 12) शिवपुर में संत रतनदास जी महाराज के भण्डारे का आयोजन किया गया। महाराज के शिष्यों द्वारा आयोजित भण्डारे में कोटा, बारां, बूंदी, झालावाड़, पाली, जोधपुर, अजमेर सहित कई जिलों के लोग आए। रात में सत्संग का आयोजन था। भण्डारे में आए संतों ने भजन प्रस्तुत किए। उससे पूर्व अतिथियो का स्वागत किया गया। अतिथि दलित आदिवासी एवं घुमन्तु अधिकार अभियान राजस्थान (डगर) के संस्थापक भंवर मेघवंशी का साफा बंधवाकर तथा जिला प्रमुख सुशीला सालवी का शॅाल  ओढाकर स्वागत किया गया।
जिला प्रमुख सालवी ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि स्व. रतनदास जी महाराज ने समाज को दिशा दी। उनसे प्रेरणा लेकर हमें भी धर्म के मार्ग पर चलना चाहिए। जिला प्रमुख ने कहा कि मैं समाज की सेवा के लिए हर क्षण तैयार हूं। तभी सभा में बैठे एक व्यक्ति ने कटाक्ष करते हुए कहा कि ‘‘प्रमुख साहिबा थाणा गांव के जयराम बलाई की जमीन को दबंगों ने अपने कब्जे में ले लिया। उसके खेत की चारदिवारी व खेत में बने कच्चे मकान को ढहा देने वालों के खिलाफ तो कार्यवाही करवा के जयराम की मदद नही कर रही हो ? खैर, उन बुजुर्ग जन की आवाज सुशीला सालवी तक तो नही पहुंची लेकिन हां आस-पास बैठे लोगों को जरूर जिला प्रमुख की छवि की जानकारी मिली।
इस मौके पर सामाजिक कार्यकर्ता भंवर मेघवंशी ने कहा कि संतो के समाज में जन्म पाकर मैं अपने आप को धन्य मानता हूं। यह हमारा सौभाग्य है कि हमारे समाज में रतनदास जी महाराज जैसे संतो ने जन्म लिया। सभा में आए हुए सभी संतों को नमन करते हुए डगर के संस्थापक मेघवंशी ने कहा कि संत दीपक लेकर समाज के आगे चलते है, उस दीपक की रोशनी में संतो के पीछे समाज चलता है, ऐसे संतो का शत-शत नमन जो समाज को नई दिशा दे रहे है तथा सत्य का मार्ग बता रहे है।

ऐसा क्या कह दिया मेघवंशी ने . . .

मेघवंशी ने सभा को संबोधित करते हुए समाज के अहसान फरामोश लोगों पर भी जमकर कटाक्ष किए। उन्होंने कहा कि समाज के कुछ लोग अहसानों को भूल गए है। समाज की सेवा करने का वादा कर चुनाव जीते और अब अमीर बन गए है, अब उन्हें समाज के गरीब लोग दिखाई ही नहीं दे रहे है। मेघवंशी ने अपने संबोधन में समाज की उपेक्षा कर रही जिला प्रमुख की जमकर खिंचाई की। मेघवंशी द्वारा बिना लाग लपेट दिए गए भाषण की चर्चा पूरी रात रही। मेघवंशी के भाषण के कुछ ही देर बाद जिला प्रमुख अपने साथ आई एक लड़की के साथ मंच से रवाना हो गई। समाज का एक भी व्यक्ति या महिला उसे गाड़ी तक छोड़ने के लिए भी उसके साथ नहीं गया।
संबोधित करते भंवर मेघवंशी और लोगों के बीच जिला प्रमुख (गोले में)
मेघवंशी ने कहा कि समाज की मेहरबानी से आजकल क्षेत्र में एक लालबत्ती वाली गाड़ी घूमती है। लालबत्ती में बैठने वाले लोग समाज के लोगों द्वारा की गई मेहरबानियों को भूल गए है। उन्होंने कहा कि लालबत्ती वाली गाड़ी में बैठने वाले कहते है कि वे अपनी योग्यता से बने है, मतलब वे योग्य थे इसलिए उन्हें लालबत्ती मिली। मैं पूछता हूं कि उन्होंने लालबत्ती प्राप्त करने के लिए कौनसी परीक्षा दी? कौनसे प्रमाण पत्रों के कारण उन्हें लालबत्ती दी गई? मेघवंशी ने कहा कि ऐेसे लोग भ्रम में है, वो जिस पद पर आज है वो किसी योग्यता के दम पर नहीं बल्कि समाज की महेरबानी की बदौलत है।
उन्होंने कहा कि जिन लोगों को लालबत्ती में बैठने का मौका मिल गया है, उन्हें अगली बार फिर से लालबत्ती में बैठने का अवसर नहीं दिया जाएगा। उन्होंने चुटकी लेते हुए कहा कि देखिए सरकार भी बीपीएल परिवार को लाभ देने के बाद दुबारा लाभ नहीं देती है, ठीक उसी प्रकार हमें भी लालबत्ती में बैठने का मौका एक ही बार देना है।
मेघवंशी ने आगामी चुनाव में अपनी समाज के प्रतिनिधि को लालबत्ती दिलवाने के लिए कमर कस लेने का आव्हान करते हुए कहा कि पिछले चुनावों में समाज को एक लालबत्ती दिलवाने के लिए शिवपुर गांव से ही अभियान आरंभ किया गया था और सफलता हासिल की थी। उन्होंने कहा कि आगामी चुनावों में राजस्थान भर में समाज के लोगों को लालबत्ती की गाडि़यां मिले। उन्होंने समाज के लोगों से आव्हान् किया कि वे धूर्त लोगों को पहचान कर बाहर करे और सुझबुझ से ईमानदार लोगों का चुनाव कर उनके हाथों समाज का प्रतिनिधित्व सौंपे।

No comments:

Post a Comment