Tuesday, April 17, 2012

दलित अत्याचार के विरोध में राजसमन्द में प्रदर्शन कल

राजसमन्द जिले में बढ़ रहे दलित अत्याचारों में प्रशासन के रूखे रवैये से रूष्ठ दलित समुदाय के लोग कल जिला कलक्ट्रेट के बाहर विरोध प्रदर्शन करेंगे। दलित आदिवासी एवं घुमन्तु अधिकार अभियान राजस्थान के राजसमन्द जिला संयोजक सोहन लाल भाटी ने बताया कि जिले में दलित अत्याचार की घटनाएं बढ़ती जा रही है। दलितों पर अत्याचार करने वालों के खिलाफ पुलिस कार्यवाही नहीं कर रही है। धरना प्रदर्शन में जिले भर से करीबन 5000 लोगों के पहुंचने की संभावना है साथ ही दलित अत्याचारों के कई मामलों में कार्यवाही की मांग को लेकर जिला कलक्टर को ज्ञापन भी दिया जाएगा।
भाटी ने बताया कि पिछले महीने राजसमन्द जिले के बियाना गांव के किशन लाल गुर्जर ने गुणिया गांव के गोवर्धन लाल बलाई की पगड़ी को छीनकर भट्टी में जला दिया, अपमानित किया और आगे से गुर्जरों के जैसी पगड़ी बांधने पर जान से मारने मी धमकी दी। गोवर्धन लाल बलाई ने दिवेर थाने में एफआईआर दर्ज करवा दी लेकिन कोई कार्यवाही नहीं हुई, आरोपी खुल्लेआम घूम रहा है और पीडि़त को भयभीत कर रहा है। वहीं भीम तहसील के 40 मील गांव में चल रहे महानरेगा कार्यस्थल पर सुखदेव सिंह रावणा राजपूत ने दो दलित महिलाओं को जातिगत गांलिया दी और उनके पानी के मटकों को फोड़ दिया। महिलाओं द्वारा थाने में रिपोर्ट दी गई, पुलिस अधीक्षक से भी मिली नहीं आरोपी को गिरफ्तार नहीं किया गया है। 
भाटी ने कहा कि पुलिस प्रशासन मूक दर्शक बना हुआ है, जबकि दलितों पर अत्याचार जारी है। सरकार भी कुंभकर्णिय नींद सो रही है, उसे जगाने के लिए यह दलितों का यह विरोध प्रदशर्न शंखनाद होगा।

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