Sunday, April 15, 2012

42 वर्ष बाद मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा



रामदेव पीर से प्रेरणा लें - कोठारी
मेघंवशी  समाज सीरडि़यास की ओर से बाबा रामदेव मंदिर में मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा एवं कलशारोहण का कार्यक्रम प्रसिद्ध गौभक्त अशोक कोठारी के मुख्य आतिथ्य एवं बामणिया आश्रम के बुजुर्ग संत स्वामी अनन्तानंद जी महाराज की अध्यक्षता में सम्पन्न हुआ। 
सीरडि़यास के पूर्व सरपंच नारायण लाल मेघवंशी एवं पंचायत समिति के पूर्व सदस्य राजूलाल मेघवंशी ने जानकारी दी कि मूर्ति स्थापना के बाद उपस्थित भक्तों को संबोधित करते हुये गौभक्त व्यवसायी अशोक कोठारी ने कहा कि लोगों को रूणेजा के पीर रामदेव जी महाराज के जीवन से प्रेरणा लेनी चाहिये। स्वामी अनन्तानंद जी महाराज ने विस्तारपूर्वक रामदेव पीर के व्यक्तित्व व कृतित्व पर प्रकाष डाला। 
उल्लेखनीय है कि सीरडि़यास गांव में तकरीबन 42 वर्ष पूर्व रामदेवजी का मंदिर पूरे गांव ने मिलकर बनाया था लेकिन बाद में मेलमिलाप नहीं रहने के चलते मंदिर में मूर्ति स्थापना नहीं हो पाई, यह अद्भूत संयोग ही रहा कि जिस मंदिर को दादाओं ने बनाया उसकी प्रतिष्ठा उनके पोतों द्वारा हो पाई, क्योंकि 42 साल लग गये ग्रामीणों के ‘‘मन मिलने में, लेकिन जब दिल मिले तो अम्बेडकर जयन्ती के मौके पर रामदेव मंदिर में मूर्ति स्थापना एवं प्राण प्रतिष्ठा तथा कलशारोहण का कार्यक्रम सफलता पूर्वक सम्पन्न हो गया। 
इस ऐतिहासिक मौके पर क्षेत्र के विधायक रामलाल जाट, नगर विकास न्यास के अध्यक्ष रामपाल शर्मा, माण्डल एसडीएम कैलाशचंद्र लखारा, सीईओ जिला परिषद के.सी.मीणा, पुलिस उपाधीक्षक बुगलाल मीणा सहित सैंकड़ों गणमान्य लोग व साधु संत व श्रृद्धालु लोग उपस्थित थे। 
प्राण प्रतिष्ठा व कलशारोहण कार्यक्रम को प्रेमचंद मेघवंशी, सांवरलाल चौहान, अशोक मेघवंशी, रमेश मेघवंशी, जगदीश मेघवंशी, महेन्द्र मेघवंशी, रामस्वरूप, प्रभुलाल, देवेन्द्र, ललित, ममता, विमला, माया, गीता, अर्चना, रामेदव कुलदीप, महादेव, मदनलाल, लहरूलाल, मंशा, माया, परमेश्वर, लक्ष्मणलाल, भैरूलाल, बाबू लाल, अमितकुमार, धन्ना लाल इत्यादि की टीम ने सफल बनाया। 

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