Sunday, May 10, 2015

मजदूर दिवस पर मजदूर मेला

मेले से लौटकर 
गोगुन्दा/उदयपुर - विश्व मजदूर दिवस के अवसर पर श्रमिक सहायता एवं संदर्भ केंद्र व श्रमिक संगठनों के संयुक्त तत्वावधान में राज तिलक स्थल परिसर में मजदूर मेला आयोजित किया गया। इसमें क्षेत्र में सक्रिय बजरंग, जरगा, सायरा व रानी लक्ष्मी बाई निर्माण श्रमिक संगठनों से मजदूरों ने हर्षोल्लास के साथ भाग लिया। मेले में गोगुन्दा, बरवाड़ा व सायरा क्षेत्र के करीब 500 श्रमिकों ने भाग लिया। मेले से पूर्व विशाल रैली निकाली गई, जो बायपास चौराहें से रवाना होकर गोगुन्दा के मुख्य मार्गों से होते हुए राज तिलक स्थल पर पहुंची।
  
लड़ाई जारी रखे - राणा

मजदूर मेले को सम्बोधित करते हुए उप प्रधान पप्पू राणा ने कहा कि इस देश की संसद से लेकर आम सड़क मजदूरों ने बनाई हैं। सदियों पहले अमेरिका के मजदूरों ने शोषण के विरूद्ध आवाज उठाई। आज भी कमोबेश मजदूरों का शोषण जारी हैं। मजदूरों को एकजूट होकर शोषण के खिलाफ लड़ाई जारी रखनी होगी।


उपखण्ड अधिकारी सत्यनारायण आर्चाय ने कहा कि अच्छा लगता हैं यह जानकर कि आदिवासी क्षेत्रों के मजदूर भी संगठित होकर मजदूर दिवस जैसे अवसर पर आयोजन करने लगे हैं। सरकार ने सामाजिक सुरक्षा के लिए कई तरह की योजनाएं संचालित की हैं। मजदूरों को संगठित होने के साथ जागरूक होकर इन योजनाओं से जुड़ना होगा। शिक्षा पर जोर देते हुए उन्होंने कहा कि मजदूरों को अपने बच्चों घर व खेती के कामों में लगाने की बजाए पढ़ाना चाहिए। शिक्षा से ही बदलाव होगा।
उन्होंने कहा कि आजीविका ब्यूरो व ऐसी ही कई संस्थाएं मजदूरों को जागरूक करने, उन्हें संगठित करने का कार्य कर रही हैं। मैं ऐसी संस्थाओं को धन्यवाद देता हूं क्योंकि मैंनें भी कभी मजदूरी की थी, मजदूर के दर्द को मैं अच्छे से समझता हूं।

मांगों को लेकर मजदूरों ने दिए ज्ञापन

मेले के दौरान श्रमिक संगठनों ने अपनी मांगों को लेकर पुलिस अधीक्षक के नाम थानाधिकारी को व श्रम आयुक्त के नाम उपखण्ड अधिकारी को ज्ञापन दिया। बजरंग निर्माण श्रमिक संगठन के मोती लाल गमेती ने कहा कि क्षेत्र के विभिन्न थानों में लम्बे समय से मजदूरी भुगतान संबंधी परिवाद दर्ज हैं जिन पर अब तक कोई कार्यवाही नहीं हुई। श्रमिक संगठनों के लोगों ने पुलिस अधीक्षक के नाम थानाधिकारी हनवंत सिंह सोढ़ा को ज्ञापन दिया। वहीं जरगा निर्माण श्रमिक संगठन के गेहरी लाल मेघवाल ने श्रम विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए कहा कि विभाग द्वारा हितलाभ स्वीकृत करने में मनमानी की जा रही हैं। जिन श्रमिकों ने वर्ष 2012-13 में विभिन्न हितलाभों के लिए आवेदन किए, उन्हें आज तक हितलाभ नहीं मिले हैं जबकि जिन लोगों ने वर्ष 2013-14 व 2014-15 में आवेदन किए उनके वेरीफिकेशन किए जाकर हितलाभ प्रदान किए जा रहे हैं। श्रमिक संगठनों ने अंशदान जमा कराने की व्यवस्था ब्लाॅक स्तर पर करने की व्यवस्था करने, हितलाभ स्वीकृति की व्यवस्था सुनिश्चिित करने जैसी मांगों को लेकर श्रम आयुक्त के नाम उपखण्ड अधिकारी को ज्ञापन सौंपा।

मजदूरों ने लिया खेल प्रतियोगिताओं में भाग
मेले के दौरान विभिन्न खेल गतिविधियां आयोजित की गई। महिला श्रमिकों ने कुर्सी दौड़ व चम्मच रेस प्रतियोगिताओं में भाग लिया। वहीं पुरूषों ने खो-खो व कब्बड़ी खेली। विजेताओं को अतिथियों ने पुरस्कार दिया।

मजदूरों ने लगाई छाछ, पोहे, पुड़ी की स्टाॅलें

मजदूर मेले में चाय, छाछ, पोहे व पुड़ी-सब्जी की स्टालें लगाई गई। मोड़ी गांव के भंवर लाल लौहार ने कहा कि यह मेला हैं और मेले में खाने-पीने की चीजें नहीं हो तो कैसा मेला। इसलिए संगठन से जुड़े श्रमिकों ने अपनी व्यवस्था से दूकानें लगाई। उन्होंने बताया कि हमारा ध्येय हैं कि मजदूर दिवस पर मजदूरों को शुद्ध व सस्ते खाद्य पदार्थ मिले। अथितियों ने छाछ की स्टाॅल पर छाछ पीकर मेले का उद्घाटन किया।  स्टाॅलों का संचालन श्रमिकों ने ही किया। प्रत्येक स्टाॅल को 5-5 गु्रपों ने संचालित किया। प्रत्येक ग्रुप में 3 पुरूष व 2 महिला श्रमिक शामिल थे। मेले का संचालन मोती लाल गमेती, नारायण लाल सुथार, भंवर लाल लौहार ने किया।

  

  

  



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