Sunday, May 10, 2015

ग्राम सचिव की मनमानी, पंचायत के लगा गया ताला

कोशीथल 5 मई 2015 - कोशीथल गांव के शिक्षित व जागरूक युवा वार्ड पंच गांव के विकास को तत्पर हैं लेकिन सरकारी कर्मचारी हैं कि विकास में बाधा बन रहे हैं। वार्ड पंच गांव के विकास में भागीदारी के लिए ग्राम पंचायत में पहुंचते हैं तो सरकारी कर्मचारी गायब हो जाता हैं। ऐसे में वार्ड पंच अपने वार्डों के विकास की बात ग्राम पंचायत में नहीं रख पा रहे हैं।

कोरम की बैठक में बुलाया और ताला जड़ कर चला गया
 
पंचायत में खड़े वार्ड पंच व ग्रामीण
ग्राम पंचायत ने 5 मई को कोरम की बैठक आयोजित करने का हवाला देते हुए, लिखित पत्र भेजकर वार्ड पंचों को कोरम की बैठक में बुलाया। वार्ड पंच नारायण लाल जाट, दिलखुश सुर्या, मोहम्मद शरीफ, इन्द्रा देवी, लाली देवी, रेखा देवी, सीता देवी सहित वार्ड पंच कोरम की बैठक में पहुंचे तो पंचायत भवन के ताला लटका हुआ था। काफी इंतजार के बाद विरोध प्रदर्शन कर वार्ड पंच पुनः घरों को लौट गए। 
 
उल्लेखनीय हैं कि इस ग्राम पंचायत में पंचायतीराज चुनाव के बाद ऐसा तीसरी बार हुआ हैं। कोरम की बैठक के दिन पंचायत के कर्मचारी ताला लगाकर रफ्फूचक्कर हो जाते हैं। वार्ड पंचों ने ग्राम सचिव की शिकायत विकास अधिकारी से भी की लेकिन विकास अधिकारी कर्मचारी के विरूद्ध कार्यवाही करने की बजाए चुप्पी साधे हुए हैं।
 
जिला कलेक्टर को भेजा ज्ञापन
 
उपसरपंच नारायण लाल जाट ने कहा कि ग्राम सचिव ने पूर्व में भी कोरम की बैठक के दिन पंचायत नहीं खोली। जिसकी शिकायत विकास अधिकारी से की लेकिन उसके खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं की गई। आज भी कोरम की बैठक होनी थी, महिला व पुरूष वार्ड पंच उपलस्थित हुए लेकिन पंचायत भवन पर ताला लगा हुआ हैं। हमने इसकी शिकायत जिला कलेक्टर को भेजी हैं।
 
कैसे होगा ग्राम का विकास
 
सामाजिक कार्यकर्ता जयंति लाल नेहरिया ने बताया कि पहली पढ़े लिखे युवा वार्ड पंच बनकर ग्राम पंचायत में गए हैं। ये सक्रिय वार्ड पंच ग्राम का विकास करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। प्रत्येक कोरम की बैठक के निश्चित दिन इन वार्ड पंचों का पंचायत भवन पर पहुंचना इस बात का द्योतक हैं कि वो विकास के लिए आमादा हैं लेकिन पंचायत के कर्मचारी ताला लगा जाते हैं। अगर ऐसा ही चलता रहा तो ग्राम का विकास कैसे होगा।

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