Tuesday, June 11, 2013

भीलवाड़ा जिले में सुराज संकल्प यात्रा को मिला भारी समर्थन


गाजों-बाजों के साथ जगह-जगह हुआ वसुंधरा राजे का भव्य स्वागत
मुस्लिम समुदाय के लोग जुड़े बीजेपी से

  • लखन सालवी


सुराज संकल्प यात्रा राज्यभर में जा रही है, जगह-जगह अपार जनसमूह द्वारा किए जा रहे स्वागत को देखकर पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे प्रसन्नचित है। 22 मई को सुराज संकल्प यात्रा भीलवाड़ा जिले में पहुंची। कई जगहों पर यात्रा का भव्य स्वागत किया गया। स्वागत सभाओं में ढ़ोल नगाड़ों के साथ वसुंधरा राजे की जय-जयकारे के नारों से वातावरण वसुंधरामय हो गया। जहां तेज धूप से प्रदेश जल रहा है वहीं भरी दोपहरी में अपार जन समूहों को पार्टी की झण्डियां हाथों में लिए देखकर राजे को सुराज का सपना साकार होता दिख रहा है।

तीन दिवसीय यात्रा ऊंचा गांव से जिले में प्रवेश हुई। यहां लोगों ने राजे का भव्य स्वागत किया तथा तलवार भेंट की गई। भाजपा जिलाध्यक्ष सुभाष बहेडिया, पूर्वमंत्री कालूलाल गुर्जर व पूर्व मंत्री डाॅ. रतन लाल जाट, विधायक विट्ठलशंकर अवस्थी, शिवजीराम मीणा, राम लाल गुर्जर, कीर्ति कुमारी, दामोदर अग्रवाल, महिला मोर्चा जिलाध्यक्ष ललिता समदानी सहित अनेक नेताओं ने सुराज संकल्प यात्रा का स्वागत किया। यहां राजे ने 5 मिनिट का भाषण दिया और यात्रा आगे बढ़ गई। यहां से युवा मोर्चा जिलाध्यक्ष प्रशांत मेवाड़ा के नेतृत्व में करीब 700 मोटर साइकिल सवार यात्रा के रथ व लवाजमें के साथ हो गए।

जहाजपुर, बीगोद व शाहपुरा में उमड़ा जन सैलाब

यात्रा के पहले दिन 22 मई को 3 बड़ी सभाएं की गई वहीं 40 जगहों पर पुष्प वर्षा से सुराज संकल्प यात्रा का स्वागत किया गया। पहली आम सभा जहाजपुर बसस्टेण्ड पर, दूसरी आम सभा बीगोद में तथा तीसरी आम सभा शाहपुरा के महलों की चैक में आयोजित की गई। इस बीच जगह-जगह पर यात्रा का स्वागत किया गया। वहीं वसुंधरा राजे के दीदार के लिए लोगों को घंटों तक कड़ी धूप में तपना पड़ा। आलम यह था कि स्वागत के लिए तपती धूप में घंटों से इंतजार कर रहे जन समूह सुराज संकल्प यात्रा के रथ में वसुंधरा राजे को देखकर खुश हो जाते। फूलों की वर्षा करते, वसुंधरा राजे का अभिवादन करते, राम-राम करते और यात्रा आग बढ़ जाती। 

सभाओं में राजे ने भ्रष्टाचार के मुद्दे पर राज्य सरकार को आड़े हाथों लिया। उन्होंने दिल्ली में कोयला, जयपुर में जमीन, होटल व भीलवाड़ा में डालडा मिल घोटाल पर कांग्रेस सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने गांवों की समस्याओं पर भी प्रकाश डालते हुए कहा कि गांवों में लोग पानी, बिजली, सड़कों जैसी मूलभूत सुविधाओं के लिए तरस रहे है। 30 जिलों के 48 प्रतिशत जल स्त्रोतों का पानी पीने योग्य नहीं है। राज्य स्कूलों में अध्यापकों की कमी, अस्पतालों में डाॅक्टरों की कमी होनेे का हवाला देते हुए राज्य सरकार को कोसा। राजे ने असुरक्षित महिलाओं, बेरोजगार युवाओं व आत्महत्या करने को मजबूत किसानों के मुद्दे भी उठाएं। उन्होंने महिलाओं पर हो रहे अत्याचारों एवं बालिकाओं के साथ हो रहे बलात्कार के मामलों में कहा कि मूकबधिर विद्यालयों में पढ़ रही बालिकाओं के साथ बलात्कार हो रहे है। चिंता प्रकट करते हुए राजे ने कहा कि सरकारी परिसरों में महिलाएं सुरक्षित नहीं है तो बाकी जगहों पर महिलाओं की क्या दशा होगी! राजे ने जहाजपुर में काॅलेज खोलने की मांग का समर्थन किया। वसुंधरा ने कहा कि विधानसभा नेता प्रतिपक्ष गुलाब चंद कटारिया के खिलाफ साजिश रचकर उन्हें बंद करने के प्रयास किए जा रहे है लेकिन हम सरकार की साजिश के खिलाफ लडेंगे। 

बीगोद में आयोजित सभा में उन्होंने मुस्लिम मतदाताओं की संख्या को देखते हुए कहा कि कांग्रेस सरकार अल्पसंख्यक विरोधी है। कांग्रेस अल्पसंख्यकों को अपना ही वोट मानती है। अल्पसंख्यक आज भी विकास की दृष्टि से पिछड़े हुए है। उन्होंने जनता से आव्हान् किया कि अगर भारतीय जनता पार्टी को सत्ता में लाया जाएगा तो इन सभी कमियों को दूर कर दिया जाएगा। शाहपुरा में राजे ने गुजरात के मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी की तारीफ करते हुए कहा कि राजस्थान में भी गुजरात की तर्ज पर ही विकास कार्य करवाए जायेंगे। 

इन्होंने किया सम्बोधित

बीगोद में हुई आम सभा को को सांसद वी.पी. सिंह, पूर्व सांसद मानवेन्द्र सिंह, पूर्व केंद्रीय मंत्री कैलाश मेघवाल, पूर्व मंत्री रतन लाल जाट, प्रदेश महामंत्री सतीश पूनिया, भाजपा प्रदेश प्रतिनिधि कीर्ति कुमारी, जिलाध्यक्ष सुभाष बहेडिया, पूर्व जिलाध्यक्ष दामोदर अग्रवाल, जिला उपाध्यक्ष सत्यनारायण उपाध्याय, वरिष्ठ नेता एवं पूर्व जिला मंत्री हरीश चंद्र भट्ट, भाजयुमो प्रदेश मंत्री राजकुमार आंचलिया ने भी संबोधित किया। 
वहीं शाहपुरा में पालिका अध्यक्ष कन्हैया लाल धाकड़, नगर महामंत्री पंकज सुगंधी, मंडल महामंत्री शिवराज कुमावत, ओम प्रकाश व्यास आदि ने सम्बोधित किया। 


23 मई को सुराज संकल्प यात्रा शाहपुरा क्षेत्र के अरनिया घोड़ा, राज्यास, अरवड़, कोठियां से होती हुई गुलाबपुरा पहुंची। यहां से आगूंचा होते हुए बनेड़ा क्षेत्र में प्रवेश हुई। इस क्षेत्र में प्रवेश के साथ ही पहले गांव डाबला में हजारों की ताताद में एकत्र लोगों में राजे का भव्य स्वागत किया। यहां राजे ने भव्य पाण्डाल के नीचे आयोजित सभा में उपस्थिति जनता को सम्बोधित किया। युवा कार्यकर्ताओं के जोश और भीड़ के पीछे छीपे चेहरे की मनःस्थिति को भांपते हुए राजे ने यहां 15 मिनिट का भाषण दिया। हर जगह देरी से पहुंचने के बावजूद भी आलम यह था कि लोग वसुंधरा राजे को सुनने के लिए बेताब दिखे। 

मुस्लिम मतदाताओं ने चांदी का मुकुट पहनाकर किया राजे का सम्मान
राजे ने कमालपुरा दरगाह में चढ़ाई चादर

सुराज संकल्प यात्रा को मुसलमान मतदाताओं का भारी संख्या में समर्थन मिला। जहाजपुर की अंजुमन कमेटी के सदर उस्मान दुर्रानी के नेतृत्व में मुस्लिम समाज के कई लोगों ने भाजपा में शामिल होने की घोषणा की। वहीं बनेड़ा क्षेत्र के मुस्लिम वर्ग के विभिन्न समुदायों के लोग भाजपा से जुड़ गए। उल्लेखनीय है कि बनेड़ा तहसील क्षेत्र में मुस्लिम कायमखानी समुदाय की बाहुलता है। आम तौर पर देखा गया है कि राजनीति कार्यक्रमों में इस समुदाय की महिलाओं को दूर रखा गया लेकिन यात्रा के दौरान पहली बार परिवर्तन देखने को मिला। कायमखानी व अन्य मुस्लिम समुदायों की महिलाएं इस बार हजारों की संख्या में घरों से निकलकर बाहर आई और राजे का स्वागत सत्कार किया। कमालपुरा दरगाह पर पहुंचत कर वसुंधरा राजे ने दरगाह में चादर चढ़ाकर मन्नत मांगी। वहीं दरगाह के बाहर आयोजित सभा में आजिमूद्दीन शाह दरगाह कमेटी के संरक्षक आबिद हुसैन शेख, सदर सरदार मोहम्मद, मुंसी खान, हमीद हुसैन, पप्पू खान, रज्जाक मोहम्मद, महबूब भाई सहित मुस्लिम समुदाय की ओर से वसंुधरा राजे को चांदी का मुकुट पहनाया कर स्वागत किया। बाद में चांदी के मुकुट को राजे ने दरगाह में भेंट कर दिया। इस दौरान भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के पदाधिकारी भी सभा में मौजूद रहे। 

मुस्लिम मतदाताओं को बीजेपी की सुराज संकल्प यात्रा का इस प्रकार स्वागत करना कांग्रेसी नेताओं के लिए चिंता का विषय बन गया है। वहीं राजनीतिक उठापटक पर नजरें जमाये रखने वाले लोगों ने बताया कि कांग्रेसी गुट के सीसीबी अध्यक्ष भंवरू खां के क्षेत्र के मुस्लिमानों का बीजेपी में घुस जाना राजनीतिक बदलाव की ओर इशारा कर रहा है। इस समुदाय के महिला-पुरूषों द्वारा सुराज संकल्प यात्रा व वसुंधरा राजे का स्वागत करना कहीं ना कहीं कांग्रेसी ताजदारों को पसीने छुड़ाने लगा है।

कमालपुरा दरगाह पर सभा के आयोजन करने व मुस्लिम समुदाय को बीजेपी से जोड़ने में गजराज सिंह राणावत की अह्म भूमिका बताई जा रही है। जानकारों के अनुसार पिछले 4 सालों में गजराज सिंह राणावत ने अपने व्यक्तिगत प्रभाव से कांग्रेस के वोट बैंक को बीजेपी के वोट बैंक में तब्दील किया है। गजराज सिंह राणावत के साथ युवा कार्यकर्ताओं की लम्बी फौज है वहीं राजमल खटीक जैसे युवा जनप्रतिधियों को समूह है जो जनता में अपनी गहरी पैठ बना चुके है। 

बनेड़ा में 9 स्वागत व 2 आम सभाओं के आयोजन: गजराज सिंह राणावत का बढ़ा कद

आखिर बनेड़ा क्षेत्र में 9 स्वागत सभाएं एवं 2 आम सभाएं क्यों जबकि शेड्यूल प्रोग्राम के अनुसार बनेड़ा क्षेत्र में एक भी आम सभा प्रस्तावित नहीं थी। कार्यक्रम के अनुसार डाबला, बदरखा, उपरेड़ा, बनेड़ा एवं कमालपुरा में स्वागत कार्यक्रम आयोजित किए जाने थे। लेकिन सुराज संकल्प यात्रा जब बनेड़ा तहसील क्षेत्र के डाबला, कोडलाई, भटेड़ा, झांतल, लाम्बा, भीमपुरा, मुसी में पहुंची तो वहां ढोल-नगाड़ों के साथ वसुंधरा राजे का भव्य स्वागत किया। कहीं फूल मालाएं भेंट की गई तो कहीं चांदी का मुकूट, कहीं फूलों के गुलदस्ते भेंट किए गए तो कहीं तलवारें। स्वागत कर रहे महिला-पुरूषों के जोश को देखकर राजे अपने आप को नहीं रोक पाई और सुराज संकल्प यात्रा के रथ से न केवल नीचे उतरी बल्कि जगह-जगह स्वागत सभाओं को संबोधित भी किया। राजे ने अकेले बनेड़ा तहसील क्षेत्र में 9 स्वागत सभाएं तथा 2 आम सभाओं को सम्बोधित किया। इन सभी सभाओं का आयोजन बनेड़ा क्षेत्र के चेहते गजराज सिंह राणावत के नेतृत्व में किया गया था। खास बात यह रही की राजे ने हर जगह पर रथ से नीचे उतर कर लोगों को अभिवादन स्वीकार किया और स्वागत सभा को सम्बोधित किया। 

माण्डल विधानसभा क्षेत्र के करेड़ा में हुई सभा, माण्डल चौराहें पर नहीं रूकी यात्रा

माण्डल विधानसभा क्षेत्र से कालू लाल गुर्जर ने चुनाव हारा था। राजे के मुख्यमंत्री कार्यकाल में कालू लाल गुर्जर पंचायतीराज एवं ग्रामीण विकास मंत्री थे। वे इस बार पुनः माण्डल से टिकीट के लिए दावेदारी जता रहे है। सुराज संकल्प यात्रा के दौरान उन्होंने अजमेर रोड़ पर माण्डल चौराहें पर सुराज संकल्प यात्रा एवं वसुंधरा राजे के स्वागत का कार्यक्रम रखा था लेकिन राजे इस कार्यक्रम में अधिक नहीं रूकी। यहां उन्हें तलवार भेंट कर चुनरी ओढ़ाई गई। राजे ने स्वागत सत्कार स्वीकार किया और हाथ हिलाकर भीलवाड़ा के आजाद चौक के लिए रवाना हो गई। एक पूर्व मंत्री द्वारा आयोजित किए गए स्वागत कार्यक्रम में राजे का नहीं रूकना चर्चा का विषय बना रहा। राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि पूर्व मंत्री कालू लाल गुर्जर की बजाए इस बार माण्डल विधानसभा क्षेत्र से गजराज सिंह राणावत को टिकीट दिया जा सकता है। इस बारे में तर्क दिए जा रहे है कि माण्डल क्षेत्र से सटे बनेड़ा क्षेत्र में वसुंधरा राजे ने गजराज सिंह राणावत के नेतृत्व में आयोजित 9 स्वागत एवं 2 आम सभाओं को सम्बोधित किया जबकि पूर्व मंत्री द्वारा आयोजित सभा को सम्बोधित ही नहीं किया इससे गजराज सिंह राणावत की वसुंधरा राजे से नजदीकियां जाहिर हो रही है। वहीं गजराज सिंह राणावत का कार्यक्षेत्र माण्डल विधानसभा क्षेत्र में होने के कारण कयास लगाए जा रहे है कि उन्हें टिकीट दिया जा सकता है। 


राजे रात्रि 9.45 बजे भीलवाड़ा के आजाद चौक में आयोजित आम सभा में पहुंची। वो यहां 3 घंटे देरी से पहुंची थी। राजे के स्वागत के लिए भाजपा कार्यकर्ताओं की टोलियां सुखाडि़या सर्किल पर पहुंच गई यहां से विशाल रैली के रूप में यात्रा आजाद चौक पहुंची। अपने सम्बोधन में राज्य सरकार की नीतियों को कोसते हुए कहा कि राज्य सरकार ने उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए नीतियां नहीं बनाई नतीजा मिले, फेक्ट्रियां गुजरात पलायन कर रही है। 


आजाद चौक की आम सभा को गुलाबचंद कटारिया ने भी सम्बोधित किया। उन्होंने कांग्रेस सरकार व मंत्रियों को जमकर कोसा और कहा कि ईमानदारी की खातिर मुझे जेल भी जाना पड़ा तो जाउंगा। 

24 मई को यात्रा सहाड़ा-रायपुर विधानसभा क्षेत्र के गांवों में गई। क्षेत्र के गंगापुर कस्बे के समीप स्थित मेला ग्राउण्ड में विशाल सभा का आयोजन किया गया। यहां पूर्व मंत्री डाॅ. रतन लाल जाट के नेतृत्व में हजारों की संख्या में कार्यकर्ता एवं गांवों की जनता ने सभा में भाग लिया। राजे ने अपने पूर्वजों द्वारा बनाए गए गंगाबाई साहिबा के मंदिर में दर्शन कर आर्शीवाद लिया। यहां से यात्रा विभिन्न गांवों में जन सम्पर्क करते हुए माण्डल विधानसभा क्षेत्र के करेड़ा कस्बे में पहुंची। जहां सीनियर सैकेण्डरी स्कूल के ग्राउण्ड में विशाल सभा का आयोजन किया गया। पूर्व मंत्री कालू लाल गुर्जर इस आयोजन के कर्ताधर्ता थे। यहां से यात्रा आसीन्द विधानसभा में पहुंची। जहां बदनोद में आमसभा आयोजित की गई। यहां हजारों की तादाद में लोग देर रात तक रूके रहे। सांसद वी.पी. सिंह व विधायक राम लाल गुर्जर सहित कार्यकर्ताओं ने राजे का भव्य स्वागत किया। यात्रा का तीसरा चरण यहीं पर समाप्त कर दिया गया। 

पते की बात 

यात्रा हो या सभा, इनके लिए भीड़ का होना अतिआवश्यक है। अगर किसी सभा को सम्बोधित करने वाले को सुनने के लिए पर्याप्त श्रोता नहीं हो तो सम्बोधनकर्ता के हौसलें पस्त हो जाते है वहीं श्रोताओं की संख्या अनगिनित हो तो सम्बोधनकर्ता का आत्मविश्वास बढ़ जाता है और वह न केवल खुश हो जाता है बल्कि अपने संदेश को प्रभावी तरीके से श्रोताओं तक पहुंचा सकता है अर्थात् कोई यात्रा हो या सभा, उनकी सफलता लोगों की संख्या पर निर्भर करती है। महंगाई के इस युग में लोगों के पास इतना समय नहीं है कि वे यात्राओं व सभाओं में घंटों रूक सके। सुराज संकल्प यात्रा के दौरान जगहों-जगहों पर आयोजित स्वागत सभाओं व आम सभाओं में जन समूहों का पूरे समय तक उपस्थित रहना स्थानीय जनप्रतिनिधियों व कार्यकर्ताओं का जनता साथ जुड़ाव को दर्शाता है। राजनीतिक जानकारों की माने तो जनप्रतिनिधियों व कार्यकर्ताओं का यह जुड़ाव ही चुनावों में हार जीत तय करता है। सांसद वी.पी. सिंह, विधायक विट्ठल शंकर अवस्थी, विधायक राम लाल गुर्जर व विधायक शिवजीराम मीणा ने तो भीड़ जुटाई ही साथ ही शाहपुरा के देवकीनन्दन सोनी, लक्ष्मी लाल सोनी हो या बनेड़ा के भाजपा के मण्डल अध्यक्ष गजराज सिंह राणावत, सहाड़ा के सुरेश चौधरी हो या आसीन्द धनराज गुर्जर, इन्होंने कड़ी मेहनत कर जनता को सुराज संकल्प यात्रा से जोड़ा। इनका जनता के साथ ऐसा जुड़ाव है कि राजे के कार्यक्रमों में निर्धारित समय से कई घंटों देरी से पहुंचने पर भी लोग स्वागत के लिए रूके रहे।

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