Sunday, December 20, 2015

आखिर कब तक करवायेंगे शिकायतें, कोई जवाबदेही तो हो

जवाबदेही यात्रा के दौरान जनता ने उठाया मुद्दा 

पिण्डवाड़ा - जिस मांग को लेकर जवाबदेही यात्रा आरम्भ हुई, उससे आम नागरिक जुड़ने लगे हैं और यात्रा को समर्थन देते हुए जवाबदेही कानून की मांग करने लगे हैं। पिण्डवाड़ा पुलिस थाने के सामने जवाबदेही मोबाइल वैन पर शिकायतें दर्ज करवाते हुए ग्रामीणों ने कहा कि समस्याओं के समाधान के लिए पूर्व में कई बार लिखित शिकायतें की लेकिन अब तक समस्याओं का समाधान नहीं हुआ हैं। 

सूचना एवं रोजगार का अधिकार अभियान राजस्थान द्वारा निकाली जा रही जवाबदेही यात्रा बुधवार शाम पिण्डवाड़ा पहुंची। यात्रा के साथ चल रहे यात्रियों के दल ने गुरूवार को पिण्डवाड़ा के मजदूर नाकों, मोहल्लों व बस्तियों में जाकर नुक्कड़ नाटकों के माध्यम से यात्रा का उद्देश्य बताया। यात्रा के लोग रैली के रूप में मुख्य मार्गों से होते हुए पुलिस थाने के बाहर पहुंचे जहां सुबह 10 बजे से दोपहर 1 बजे तक ग्रामीणों की शिकायतें ली गई। पेंशन व राशन न मिलने की सर्वाधिक शिकायतें प्राप्त हुई। 

वहीं एक सभा आयोजित की गई। जिसमें मुख्य तौर पर आम नागरिकों की शिकायतों की सुनवाई को लेकर सरकार की जवाबदेही सुनिश्चित करने को लेकर चर्चा की गई। अभियान से जुड़े शंकर सिंह ने बताया कि यात्रा को मिली शिकायतों को जिला कलक्टर तक पहुंचाया जाएगा और लगातार फाॅलोअप किया जाएगा। उन्हें 60 दिन में शिकायतों का निस्तारण करना होगा। कमल टांक ने कहा कि कई लोग लम्बे समय से अपनी छोटी-छोटी मांगों को लेकर शिकायतें कर रहे हैं लेकिन उनकी शिकायतों पर कार्यवाही नहीं की जा रही हैं। सरकार को शिकायतों की सुनवाई के लिए जवाबदेही तो सुनिश्चित करनी ही होगी।

आजीविका ब्यूरो के राजेन्द्र शर्मा ने निर्माण श्रमिकों की पीड़ा से अवगत कराते हुए कहा कि भवन निर्माण कर्मकार मण्डल से पंजीकृत श्रमिकों ने दो साल पहले विवाह सहायता, छात्रवृति सहायता, प्रसूति सहायता जैसे लाभों के लिए आवेदन किए मगर उन्हें लाभ स्वीकृत नहीं हुए ना ही उन्हें निरस्त होने की सूचना दी जा रही हैं।

इससे पूर्व बुधवार शाम अभियान के निखिल डे ने कहा कि कई लोग अपनी छोटी-छोटी मांगों को लेकर लम्बे समय से शिकायतें कर रहे हैं लेकिन उनकी मांगें पूरी नहीं की जा रही हैं। पीडि़त व्यक्ति को कितनी बार शिकायतें करनी पड़ेगी ? इसलिए सुनवाई के लिए अब बहुत जरूरी हो गया हैं कि जवाबदेही कानून हो।

उल्लेखनीय हैं कि जवाबदेही यात्रा 01 दिसम्बर को जयपुर से रवाना हुई थी जो जयपुर, अजमेर, पाली, जालोर होते हुए सिरोही पहुंची हैं। यहां के बाद यात्रा उदयपुर जिले के गांवों में जाएगी। यात्रा में 4 वाहनों में देशभर के युवा, पत्रकार, चित्रकार, फिल्ममेकर व सामाजिक कार्यकर्ता शामिल हैं जो 100 दिन की इस यात्रा में साथ रहेंगे। यात्रा के साथं आरटीआई अॅान व्हील नामक वाहन भी हैं, जिसके माध्यम से लोगों को  सूचना का अधिकार अधिनियम (आरटीआई) की जानकारी दी जा रही हैं। 

वहीं यात्रा के पिण्ड़वाड़ा पहुंचने पर आदिवासी विकास मंच, श्रमिक सहायता एवं संदर्भ केंद्र, जतन संस्थान व आजीविका ब्यूरो द्वारा स्वागत किया गया। 

आदिवासी विकास मंच के सरफराज शेख ने बताया कि पिण्ड़वाड़ा में 250 से अधिक शिकायतें लिखी गई, जो जिला कलक्टर को भिजवाई जाएगी। उल्लेखनीय हैं कि इतनी शिकायतें जिले के अन्य किसी ब्लाॅक में प्राप्त नहीं हुई। उन्होंने बताया कि आज यात्रा का 17वां दिन हैं तथा आज शाम यात्रा उदयपुर जिले के कोटड़ा ब्लाॅक में पहुंचेगी जो विभिन्न जिलों में होती हुई 100वें दिन पुनः जयपुर पहुंचेगी।

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