Saturday, July 19, 2014

यहां महानरेगा मजदूरों को घर बैठे मिलता है काम का भुगतान

18 अगस्त 2014 को आजीविका ब्यूरो के साथी दिलीप गरासिया के साथ गोगुन्दा उपखण्ड क्षेत्र के फूटिया गांव में जाना हुआ। यहां गमेती बस्ती में महिला व पुरूष मजदूरों के साथ बैठक की। बैठक में मजदूरों को उनके अधिकारों एवं उनके लिए सरकार द्वारा संचालित योजनाओं के बारे में बताया गया। पेंशन, श्रमिक कल्याण बोर्ड की योजनाएं व महानरेगा सहित मजदूर हितों के बारे में जानकारियों दी। 
महानरेगा पर चर्चा के दौरान महिला मजदूरों ने बताया कि उनके भुगतान में कभी देरी नहीं होती है, भुगतान समय पर घर देने आते है। है न --- चौकानें वाली बात। गोगुन्दा उपखण्ड क्षेत्र की चाटिया खेड़ी ग्राम पंचायत के फूटिया गांव में महानरेगा मजदूरों का भुगतान घर-घर जाकर किया जाता है। भुगतान लेने के लिए मजदूरों को न बैंक जाना पड़ता है न ही पोस्ट आॅफिस। मजदूरों को भी यह नहीं पता कि भुगतान देने वाला कौन है ? अर्थात् भुगतान बैंककर्मी करता है ? पोस्टमैन ? या कोई और . . . . अब मेरे लिए तो ये पहेली बन गई है, इसे सुलझाना ही पड़ेगा --- 


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