Wednesday, August 6, 2014

न एकल खिड़की है ना लिए जाते है आवेदन !

जनसुनवाई अधिकार अधिनियम की अनदेखी 

गोगुन्दा - एक तरफ राज्य सरकार ‘‘सरकार आपके द्वार’’ अभियान संचालित कर गांवों के लोगों की समस्याओं के समाधान के लिए प्रयासरत है। राज्य की मुख्यमंत्री स्वयं इस कार्यक्रम की माॅनिटरिंग कर रही है। उदयपुर संभाग में 21 से 23 जुलाई के तक शिविर आयोजित होने वाले है। वहीं दूसरी तरफ ग्राम पंचायतों के कर्मचारियों द्वारा सरकार के इस विशेष अभियान व आदेशों की अवहेलना की जा रही है। 

बुधवार को पाटीया ग्राम पंचायत के कर्मचारियों ने भारोड़ी के ग्रामीणों को खूब छकाया। ग्रामीण भारोड़ी से पाटीया स्थित ग्राम पंचायत के चक्कर लगाते रहे लेकिन ग्राम पंचायत बंद मिलता। अंत में उपखण्ड अधिकारी को फोन कर शिकायत की तो रोजगार सहायक ने राजीव गांधी सेवा केंद्र पर पहुंच कर ग्रामीणों की शिकायतें ली। 

शिकायतों के आवेदन लेकर पंचायत कार्यालय के बाहर खड़े ग्रामीण
जानकारी के अनुसार बुधवार को सुबह 10 बजे भारोड़ी गांव के ग्रामीण अपनी शिकायतें लेकर ग्राम पंचायत कार्यालय की एकल खिड़की सुनवाई अधिकार अधिनियम के तहत आवेदन करने गए लेकिन ग्राम पंचायत कार्यालय पर ताला जड़ा हुआ था। ग्रामीण 11.30 बजे तक वहां बैठे रहे और बिना आवेदन किए वापस गांव लौट गए। 12.30 बजे उन्हें ग्राम पंचायत में पदेन ग्राम सचिव के आने की सूचना मिली तो वे आवेदन करने के लिए पुनः ग्राम पंचायत कार्यालय में गए। वे वहां पहुंचते उससे पहले ही सचिव पंचायत कार्यालय के ताला लगाकर चला गया। एक सामाजिक कार्यकर्ता ने इसकी शिकायत उपखण्ड अधिकारी से की, बाद में रोजगार सहायक ने पंचायत कार्यालय पहुंच कर ग्रामीणों के आवेदन लेकर रसीदें दी। 

आवेदन लेकर रसीदें देते हुए रोजगार सहायक
क्या है नियम 

सुनवाई का अधिकार अधिनियम 2012 के तहत प्रत्येक ग्राम पंचायत कार्यालय पर एकल खिड़की संचालित होनी चाहिए। नागरिक प्रत्येक कार्य दिवस में सुबह 10 बजे से दोपहर 12 बजे तक एकल खिड़की पर मौखिक या लिखित आवेदन कर रसीद प्राप्त सकते है। 

ऐसे हो रही है पालना !

पाटीया पंचायत कार्यालय पर न एकल खिड़की है और न ही आवेदन लेने की व्यवस्था। सूचना के अधिकार के अधिनियम की धारा 4 के तहत सूचनाएं भी नहीं लिखवाई गई हैै। 

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