Tuesday, October 5, 2010

मैं किस से शादी करूँ ..?


अधिकतर जाति पंचायत महिलाओं को लेकर ही आयोजित की जा रही है। समाज के पुरूषों की आपसी रंजिषों में महिलाओं के साथ कुठाराघात किया जा रहा है। अब इस मामले को ही देखिए इसमें यषोदा का क्या दोष हैं? उसे क्यों बली का बकरा बनाया जा रहा हैं? क्या वह अपनी मर्जी से विवाह नहीं कर सकती?
बड़ा महुआ निवासी उगमाराम जाट की पुत्री यषोदा की सगाई भोली गांव के भंवरलाल जाट के पुत्र गोवर्धन जाट के साथ की थी। गोवर्धन जाट के एक अन्य मुस्लिम समुदाय की युवती के साथ अवैध संबंध थे। जिसकी भनक जब मुस्लिम समुदाय के लोगों को लगी तो काफी लड़ाई झगडे़ हुए। जिसके बाद गोवर्धन जाट मुस्लिम युवती के साथ कई बरसों तक रहा। इसकी जानकारी यषोदा को भी मिल गई। यषोदा ने गोवर्धन से विवाह करने से अपने पिता को साफ मना कर दिया। तब यषोदा के पिता उगमाराम भोली गांव गए और गोवर्धन के पिता से मिलकर यषोदा के मन की बात बताई तो गोवर्धन के पिता भड़क उठे और गालियां निकाली। गोवर्धन उसी ‘‘आम चैकला जाट समाज एंव बदनौरा जाट समाज’’ नाम की जाति संस्था के पंचों से मिला। पंचों ने 9 सितम्बर 2010 को भीलवाड़ा के नजदीक स्थित सिंदरी बालाजी के मंदिर पर पंचायत बुलाई। उगमाराम जाट को धमकी भरा नोटिस देकर तलब किया। उगमाराम अपने दो भाईयों लादू लाल व सत्तू के साथ वहां गया। पंचों ने यषोदा का विवाह गोवर्धन के साथ कराने के लिए दबाव बनाया। तीनों भाईयों ने जब विरोध किया तो पंचों ने जाति से बाहर कर देने की धमकी दी। उगमाराम व उसके भाईयों ने पंचों के फैसलें को नहीं माना तो गोवर्धन व उसके साथियों ने हाॅकी स्टिकों तथा लोहे के सरियों से इनकी पिटाई कर दी। छोटु लाल जाट ने तुरंत 108 पर काॅल कर एंबुलेंस बुलाई और सरकारी अस्पताल में ईलाज करवाया। मामले की रिपोर्ट 26.9.2010 को सुभाषनगर, भीलवाड़ा में दर्ज कराई गई। लेकिन अभी तक अपराधियों के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं हुई है। उधर यषोदा ने पुलिस अधिक्षक के समक्ष एक प्रार्थना पत्र किया है जिसमें मांग की है कि अगर मेरी शादी गोवर्धन के साथ करवाई जाएगी तो मैं आत्महत्या कर लूंगी। उसने अपने पिता व चाचा के साथ मारपीट करने वाले लोगों के खिलाफ कार्यवाही करने की मांग भी की।

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