Thursday, December 29, 2011

जाति पंचायत में समाज के ठेकेदारों ने महिलों को नहीं बैठने दिया तो वे बिफर गई

बारां जिले का किशनगंज और शाहबाद क्षेत्र सहरिया जनजाति बाहुल्य है... कुछ महिलाएं जागरूक हुए है.. उन्होंने अन्य समुदायों की महिलाओं के साथ मिलकर अपना संगठन बनाया है जिसे "जागृत महिला संगठन" नाम दिन गया है. सभी महिलाऐं दूसरा दशक परियोजना के साथ जुड़कर जागरूक हुई है.. उनकी जागरूकता 24  दिसंबर को देखने को मिली.. किसी मामले को लेकर सहरिया समुदाय के लोगो के उनके प्रसिद्ध धार्मिक स्थल सिताबाडी  स्थित वाल्मीकि मंदिर में 84 गाँवों की जाति पंचायत का आयोजन किया था.. पंचायत के आयोजन की सूचना गाँव गाँव में की गई थी... वहा समाज की जागरूक महिलाऐं भी पहुँच गई तो उन्हें पंचायत में भाग लेने आया देख समाज के पञ्च तिलमिला उठे उन्होंने घोषणा कर दी कि यह पुरुषो द्वारा की जाने वाली जाति पंचायत है इसमे महिलों के आने par मनाही है.. जब महिलाएं नहीं मानी तो.. समाज के एक पंच ने महिलों को गाली निकल दी... फिर क्या महिलाऐं ऐसी बिफरी कि पंच दुम दबाकर भाग गए.... महिलाओं ने पंचयत में भाग लिया और अपने बात रखी . .  यही नहीं महिलाओं ने उन पंचो के किलाफ पुलिस में रिपोर्ट भी दी..

पंचायत में अपनी बात रखती ग्यारसी बाई सहरिया

केलवाडा थानाधिकारी को रिपोर्ट देती सहरिया महिलाऐं

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